जो कानून संसद से बना उसे मानना सबका दायित्व, दिल्ली पुलिस आंदोलनकारियों से सख्ती से क्यों नहीं निपट रही - लक्ष्मण सिंह

इंदौर. दिल्ली में जाे हाे रहा है वह गलत हाे रहा है। इतनी बड़ी हिंसा के बाद भी दिल्ली पुलिस दिखाई नहीं दी। मुझे आश्चर्य है कि पुलिस कहां है। आंदोलनकारियों से पुलिस सख्ती से क्यों नहीं निपट रही है। उन्होंने कहा कि जब लोकसभा और राज्यसभा से कोई कानून बना तो उसे मानना चाहिए। यह बात अलग है कि जब कांग्रेस बहुमत में आएगी, उस वक्त क्या निर्णय लेती है। लेकिन फिलहाल तो कानून बन गया है और उसे मानना सबका दायित्व है। यह बात मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्वियज सिंह के भाई और विधायक लक्ष्मण सिंह ने मीडिया से कही।


आईफा के विरोध में स्वर फिर बुलंद किए
इंदौर में हो रहे आईफा को लेकर एक बार फिर उन्होंने विरोध के स्वर बुलंद किए। उन्होंने कहा मैं आईफा के खिलाफ बिलकुल नहीं हूं, मेरी आपत्ति सिर्फ जगह को लेकर है। क्योंकि डेली कॉलेज में यह आयोजन होगा। 15 दिन पहले से तैयारियां शुरू हो जाएंगी। कमरे ले लिए जाएंगे, डीजे बजेगा। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होंगी। इंदौर इतना बड़ा शहर है कई भी कर सकते हैं।
 
ट्रंप की यात्रा को नकारात्मक तरीके से देखने की जरूरत नहीं
सिंह ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा पर कहा कि इससे फायदा होगा। इसे नकारात्मक दृष्टिकोण से देखने की जरूरत नहीं है। हां, इतना ज्यादा खर्च क्यों किया गया, इस पर जरूर कहूंगा कि सोने की थाली में खिलाने की क्या आवश्यकता थी, ये सोचने वाली बात है। हो सकता है ईवेंट मैनेजमेंट का जमाना है, इसलिए ऐसा किया गया हो।


दिग्विजय और सिंधिया दोनों का मिलना ही सड़क पर हुआ
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता लक्ष्मणसिंह ने पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के सड़क पर उतरने के बयान पर कहा- वे सड़क पर उतर तो गए, साथ में भाई साहब (दिग्विजयसिंह) भी थे। दोनों का मिलना ही सड़क पर हुआ। दोनों मिलकर जनता की आवाज उठा रहे हैं, उनके साथ भी हैं। वहीं, उन्होंने पार्टी में किसी तरह के टकराव से भी इंकार किया। उन्होंने कहा - कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में कई नाम हैं। रही बात सिंधिया की तो उन्होंने खुद इससे इंकार कर दिया था कि उन्हें कोई पद नहीं चाहिए।